[Intro]
पल-पल तड़पते हैं, कहूँ दिल का दर्द मैं कैसे?
आँसू बरसते हैं, बरसात लगी हो जैसे
हम गए थे ख़ाब लेकर, लौटे हैं आँखें भिगोए
[Chorus]
तेरी याद में जब भी खोए, बहुत रोए, बहुत रोए
रातों को ना कभी सोए, बहुत रोए, बहुत रोए
तेरी याद में जब भी खोए, बहुत रोए, बहुत रोए
रातों को ना कभी सोए, बहुत रोए, बहुत रोए
[Verse 1]
अपनी राहों में छूट गए, हम ख़ुद ही ख़ुद से रूठ गए
अपनी राहों में छूट गए, हम ख़ुद ही ख़ुद से रूठ गए
हम पहले फिसले रेत से, फिर शीशे की तरह टूट गए
तूफ़ाँ से हम ना हारे, साहिल पे आकर डूब गए
[Chorus]
तेरी याद में जब भी खोए, बहुत रोए, बहुत रोए
रातों को ना कभी सोए, बहुत रोए, बहुत रोए
[Outro]
ज़ख्म बहुत गहरे हैं जो दिल पे
दिखाऊँ कैसे?
लोग वजह पूछते हैं इन आँसुओं की
आँखों में छुपाऊँ कैसे?